जालना महानगर में बारिश से झोपड़पट्टी निवासियों की स्थिति चिंताजनक, तय्यब बापू देशमुख ने पुनर्वसन सहायता की मांग की

जालना/कादरी हुसैन
जालना महानगर में 15 सितंबर 2025 को हुई मूसलधार बारिश से झोपड़पट्टियों में रहने वाले गरीब, मजदूर और छोटे व्यापारी वर्ग के घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार गट) के जालना शहर उपाध्यक्ष तय्यब बापू देशमुख ने जिलाधिकारी कार्यालय, जालना को निवेदन प्रस्तुत कर प्रभावित नागरिकों के लिए पुनर्वसन सहायता की मांग की है।
निवेदन में बताया गया कि महानगरपालिका की जिम्मेदारी थी कि बारिश से पहले नालों और नालियों की सफाई कर सांडपानी निकासी सुनिश्चित की जाती। लेकिन वास्तविकता यह रही कि नालों का रिकॉर्ड ही उपलब्ध नहीं है। परिणामस्वरूप पूरे शहर में जलभराव हुआ और झोपड़पट्टियों में पानी घुस गया।
तय्यब बापू देशमुख ने जिलाधिकारी आशिमा मित्तल से आग्रह किया कि प्रभावितों का पंचनामा कराकर उन्हें शासन से पुनर्वसन सहायता दी जाए और जालना महानगरपालिका को आदेश दिया जाए कि पुराने नालों की मरम्मत कर निकासी व्यवस्था दुरुस्त करे।
निवेदन में अन्य समस्याओं पर भी जोर दिया गया:
- लकड़कोट पुल जर्जर स्थिति में, नई पुल निर्माण आवश्यक।
- जालना बसस्थानक के समीप का पुल बारिश में डूब जाता है, इसे ऊँचा करने की जरूरत।
- रामतीर्थ स्मशानभूमि का पुल भी मरम्मत मांग रहा है।
- शहर की पानी की टंकियों पर ढक्कन नहीं होने से गंदगी के कारण स्वास्थ्य संकट। हाल ही में विसावा स्कूल नुतन वसाहत क्षेत्र में पानी की टंकी में युवक की मौत।
- फुलंब्री नाट्यगृह की दुरुस्ती की आवश्यकता; यदि ध्यान न दिया गया तो यह भवन भी खो सकता है।
देशमुख ने कहा कि महानगरपालिका की प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह असमर्थ साबित हो रही है। 200 साल पुराने धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक दरवाजों को तोड़ने पर ध्यान दिया जा रहा है, लेकिन मूलभूत सुविधाओं पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। उन्होंने जिलाधिकारी से विशेष ध्यान देने और जालना महानगर के नागरिकों के लिए ठोस कार्यवाही करने का आग्रह किया।
