जालना में नदी के पात्र में कचरा फेंकने के मामले में महानगरपालिका के कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस

जालना/कादरी हुसैन
जालना शहर की कुंडलिका और सीना नदी के पात्र को प्रदूषित करने के गंभीर मामले में जालना महानगरपालिका ने अपने ही कर्मचारी पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
खासदार टाइम्स और स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों तथा सामाजिक कार्यकर्ता साद बिन मुबारक की लिखित शिकायत के बाद यह खुलासा हुआ कि शहर से एकत्र किया गया गीला-सूखा और प्लास्टिक कचरा सीधे नदी में फेंका जा रहा था। लकड़कोट, बस स्टैंड और गोल्डन जुबली इलाके के पुलों से ट्रैक्टर और जेसीबी के माध्यम से कचरा नदी में डालने की यह प्रक्रिया नागरिकों में गहरा आक्रोश पैदा कर रही है। इस कृत्य से महानगरपालिका की छवि धूमिल हुई है और जनता में रोष बढ़ा है।
इसी पृष्ठभूमि में सहायक आयुक्त सुप्रिया चव्हाण ने संभाजी नगर विभाग के जवान गणेश सुतार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि इस गैर-जिम्मेदाराना कृत्य के संबंध में लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत किया जाए, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही प्र. मुकादम राहुल हिवाले से भी लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है। नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया है कि जवान और अन्य कर्मचारियों पर उचित निगरानी न रखने के कारण यह घटना हुई है, इसलिए दंडात्मक कार्रवाई से बचने के लिए सभी जिम्मेदारों को स्पष्टीकरण देना आवश्यक है।
नदी के पात्र को प्रदूषित करने वाली इस घटना ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं और नागरिकों के बीच जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है।
