औरंगाबाद में ऐतिहासिक मस्जिदों की डी.पी. लैंड मार्किंग रद्द करने हेतु समाजवादी पार्टी ने सौंपा निवेदन

औरंगाबाद/प्रतिनिधि
औरंगाबाद शहर की ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत से जुड़ी मस्जिदों पर विकास आराखड़े (D.P. Plan) के तहत की गई अनुचित मार्किंग के विरोध में आज समाजवादी पार्टी की शहर शाखा ने महानगरपालिका के उपायुक्त को निवेदन सौंपा।
निवेदन में काली मस्जिद (नवाबपुरा), हरी मस्जिद (जूना मोढा) और खाने आलम मस्जिद (अंगूरी बाग) के आसपास किए गए सड़क विस्तार और मार्किंग को तुरंत रद्द करने की मांग की गई है। पार्टी का कहना है कि ये तीनों मस्जिदें शहर की इतिहास, संस्कृति और धार्मिक विरासत का अहम हिस्सा हैं, और इनमें से कुछ मस्जिदें पुरातत्व विभाग के संरक्षण में भी आती हैं। ऐसे संवेदनशील स्थलों पर सड़क की मार्किंग करना अनुचित और असंवेदनशील है।

समाजवादी पार्टी के सचिव अवेज इलियास कादरी ने कहा कि प्रशासन को इन ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण को प्राथमिकता देनी चाहिए और डी.पी. लैंड की इन मार्किंगों को तत्काल रद्द किया जाना चाहिए।
निवेदन सौंपने के अवसर पर शहराध्यक्ष शेख अय्यूब पटेल, महासचिव डॉ. अब्दुरऊफ, ॲड. शेख गफुरान, महिला अध्यक्षा सीमा मंडवीया, सलमान मिर्जा, आज़मत खान, महेबूब हुसैन, यास्मीन, शमशाद खान, अब्दुल रहीम, शेख अजीम, शकील खान, सय्यद जुनेद, शेख नदीम, शेख रिजवान, सय्यद सैफ, अमीर खुसरो, सरफ़राज़, आसिफ सय्यद सहित अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
समाजवादी पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से नहीं लेता और समय पर कार्रवाई नहीं की जाती, तो पार्टी लोकतांत्रिक और जनवादी तरीकों से व्यापक जनआंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
