महिला कांग्रेस में अन्याय का आरोप — अनिता भंडारी ने दी दिल्ली में आमरण अनशन की चेतावनी

औरंगाबाद/प्रतिनिधि
महिला कांग्रेस की पदाधिकारी अनीता भंडारी ने अखिल भारतीय महिला कांग्रेस में गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए दिल्ली स्थित इंदिरा भवन के सामने आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने जिस महिला को अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया है, उसने महिला सदस्यता अभियान में कम पंजीकरण किए थे, जबकि उन्होंने स्वयं सबसे अधिक सदस्य जोड़े थे।
अनिता भंडारी ने बताया कि अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा और प्रदेश अध्यक्ष संध्याताई सव्वालाखे ने यह निर्देश जारी किया था कि जिसने महिला सदस्यता अभियान में सबसे अधिक सदस्य जोड़े, उसे अध्यक्ष बनाया जाएगा। इस अभियान में अनीता भंडारी ने कुल 13,069 महिलाओं की सदस्यता दर्ज करवाई थी, जबकि दूसरे स्थान पर रहीं दिपाली मिसाल ने केवल 1,188 सदस्य जोड़े थे।
भंडारी ने आरोप लगाया कि “कुछ लोगों ने पैसों का लेनदेन और सियासी सौदेबाज़ी कर मुझे अध्यक्ष पद से दूर रखा। जिन्होंने कम सदस्य बनाए, उन्हें अध्यक्ष बनाया गया — यह न केवल अन्याय है, बल्कि मेरी मेहनत और निष्ठा का अपमान है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं पार्टी की शीर्ष नेतृत्व — सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी — पर पूरा भरोसा रखती हूं और उनसे न्याय की अपेक्षा करती हूं। लेकिन अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं दिल्ली जाकर पार्टी कार्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठ जाऊंगी।”
अनीता भंडारी ने यह भी दावा किया कि जिन्हें अध्यक्ष बनाया गया है, यानी दिपाली लालाजी मिसाल, उनके खिलाफ एम.पी.आई.डी. कानून के तहत दस गंभीर मामले न्यायालय में लंबित हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि “मिसाल का भाई सचिन मिसाल भाजपा में पदाधिकारी है, ऐसे में कांग्रेस में अपराध प्रवृत्ति के व्यक्तियों को जगह देना पार्टी की छवि को धूमिल करता है।”
उन्होंने अखिल भारतीय महिला कांग्रेस और प्रदेश महिला कांग्रेस से मांग की है कि दिपाली मिसाल की नियुक्ति तत्काल रद्द की जाए और उन्हें अध्यक्ष बनाया जाए, अन्यथा वे अपने प्राणों की आहुति देने को भी तैयार हैं।
अनीता भंडारी का कहना है — “न्याय न मिलने तक मैं इंदिरा भवन, दिल्ली में आमरण अनशन पर बैठी रहूंगी।”
