जालना महानगरपालिका के आयुक्त रिश्वतखोरी में गिरफ्तार, अब जिल्हाधिकारी को सौंपा गया अतिरिक्त प्रभार!

जालना/कादरी हुसैन
जालना महानगरपालिका में भ्रष्टाचार प्रकरण के बाद बड़ा प्रशासनिक बदलाव किया गया है। लाचलुचपत के मामले में आयुक्त संतोष खांडेकर के न्यायिक हिरासत में होने के चलते राज्य सरकार ने तात्कालिक कार्रवाई करते हुए महानगरपालिका के आयुक्त पद का अतिरिक्त कार्यभार जिल्हाधिकारी, जालना को सौंप दिया है।
नगर विकास विभाग की ओर से सोमवार, 20 अक्टूबर को जारी आदेश में स्पष्ट कहा गया है —
“आयुक्त, जालना महानगरपालिका का अतिरिक्त कार्यभार जिल्हाधिकारी, जालना को अगले आदेश तक सौंपा जाता है।”
यह आदेश महाराष्ट्र शासन, नगर विकास विभाग की फाइल क्रमांक एमसीओ-2025/प्र.क्र.479/नवि-14 के अंतर्गत मंत्रालय, मुंबई से जारी किया गया है। शासन की ओर से यह आदेश अवर सचिव अ. का. लक्कस द्वारा जारी किया गया।
घूसखोरी की पृष्ठभूमि:
पिछले सप्ताह लाचलुचपत प्रतिबंधक विभाग (ACB) ने जालना महानगरपालिका के आयुक्त संतोष खांडेकर को 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा था। आरोप है कि उन्होंने नगर निगम के अंतर्गत विभिन्न विकास कार्यों के बिल पास करने के बदले रिश्वत की मांग की थी। गिरफ्तारी के बाद उन्हें पहले पुलिस हिरासत में और तत्पश्चात न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
शासन का तात्कालिक कदम:
आयुक्त की गिरफ्तारी के बाद प्रशासनिक कार्य ठप न हों, इसके लिए राज्य सरकार ने जिल्हाधिकारी को अस्थायी रूप से यह जिम्मेदारी सौंपी है। अब जिल्हाधिकारी, जालना महानगरपालिका के दैनिक प्रशासन, वित्तीय लेनदेन और विकास कार्यों की निगरानी करेंगे।
इस निर्णय से उम्मीद जताई जा रही है कि नगर निगम के रुके हुए कामकाज और नागरिक सेवाओं की गति अब सामान्य हो सकेगी।
शासन के इस कदम को शहर में प्रशासनिक स्थिरता बनाए रखने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
