दीपावली की रात में मौत की सौगात: बकरी को बचाने गए दंपति की करंट लगने से मौत

पुणे/प्रतिनिधि
दिवाली के शुभ अवसर पर पुणे जिले के दौंड तालुका के नांदगांव गांव में एक हृदयविदारक हादसा सामने आया है। बकरी को बचाने गए पति-पत्नी दोनों की करंट लगने से मौत हो गई, जबकि करंट लगने से बकरी की भी मौत हो गई। यह घटना 22 अक्टूबर की शाम लगभग 5 बजे के आसपास घटी। मृतकों की पहचान राजाराम बापूराव खळदकर और उनकी पत्नी मनीषा राजाराम खळदकर (निवासी – नांदगांव, तालुका दौंड, जिला पुणे) के रूप में हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार, मनीषा और राजाराम खळदकर भीमा नदी के किनारे अपनी बकरी को चारा और पानी देने के लिए गए थे। उसी दौरान वहां लगी इलेक्ट्रिक मोटर के पैनल बॉक्स में करंट प्रवाहित हो रहा था। बकरी जैसे ही बॉक्स के पास गई, उसे करंट लगा और वह वहीं चिपक गई। यह दृश्य देखकर मनीषा बकरी को बचाने के लिए दौड़ीं, लेकिन उन्हें भी बिजली का तेज झटका लग गया। अपनी पत्नी को बचाने के लिए राजाराम भी आगे बढ़े, परंतु उन्हें भी करंट लग गया। तीनों — पति, पत्नी और बकरी — की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के समय बारिश हो रही थी और प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई गई है कि गीलेपन के कारण बिजली का प्रवाह अधिक था। दोनों को तुरंत एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मनीषा और राजाराम खळदकर के पीछे एक बेटा और एक बेटी है, जो अभी स्कूल में पढ़ रहे हैं। इस दर्दनाक हादसे से पूरे नांदगांव गांव में मातम छा गया है।
गौरतलब है कि इसी तरह की एक घटना पिछले वर्ष नांदगांव के पास स्थित दापोडी गांव में भी घटी थी, जिसमें पति, पत्नी और पुत्र तीनों की करंट लगने से मौत हो गई थी। उस हादसे में परिवार की बेटी घर के बाहर होने के कारण बच गई थी।
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में बिजली से जुड़ी असुरक्षा और लापरवाही पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
