दिवाली के मौके पर किसानों पर संकट: अतिवृष्टि और कर्ज के बोझ से परेशान पैठण के किसान ने की आत्महत्या

औरंगाबाद/प्रतिनिधि
औरंगाबाद जिले के पैठण तालुका के तुपेवाडी तांडा गांव में दिवाली के मौके पर एक दर्दनाक घटना घटी है। यहां के 45 वर्षीय किसान नामदेव लालसिंग राठोड ने आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ से त्रस्त होकर विष प्राशन कर आत्महत्या कर ली।
मिली जानकारी के अनुसार, नामदेव राठोड के पास तुपेवाडी शिवार क्षेत्र में दो एकड़ जमीन थी — एक एकड़ स्वतःची और एक एकड़ इनामी जमीन। इन्हीं खेतों से उनके परिवार का गुजारा चलता था। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से लगातार नापिकी (फसल खराब) और इस वर्ष हुई अतिवृष्टि के कारण उनकी सारी फसल बर्बाद हो गई। पहले से ही कर्ज के बोझ तले दबे नामदेव राठोड को दिवाली की खरीददारी के लिए भी पैसे नहीं बचे थे। इसी मानसिक तनाव में उन्होंने जहर खा लिया।
उन्हें तत्काल औरंगाबाद के घाटी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस घटना से पूरे तुपेवाडी तांडा परिसर में शोक की लहर फैल गई है।
मृतक किसान के परिवार में पत्नी और एक पुत्र है। उनकी पत्नी शोभा नामदेव राठोड ने बताया —
“मेरे पति पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का ₹60,000, पारुंडी की विविध सेवा सोसायटी का ₹40,000 और अन्य निजी साहूकारों का ₹7–8 लाख का कर्ज था। दिवाली के बाजार के लिए भी पैसे नहीं बचे थे, इसलिए उन्होंने आत्महत्या का कदम उठाया।”
यह घटना एक बार फिर राज्य के किसानों की आर्थिक स्थिति और कृषि संकट की भयावह तस्वीर सामने लाती है।
