असदुद्दीन ओवैसी को समर्थन की अपील: अजमेर शरीफ के सैय्यद सरवर चिश्ती का मुसलमानों और सूफी दरगाहों से आह्वान
अजमेर शरीफ दरगाह के अंजुमन सैय्यद जादगान के सचिव सैय्यद सरवर चिश्ती ने हाल ही में एक वीडियो संदेश के माध्यम से देश के मुसलमानों और सूफी खानकाहों के सज्जादानशीनों से AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी का समर्थन करने की अपील की है। उन्होंने अपने संदेश में भारत में मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों और उनके धार्मिक स्थलों पर हो रहे हमलों पर गहरी चिंता जताई। चिश्ती का मानना है कि मौजूदा हालात में मुसलमानों को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और एकजुट होकर ओवैसी को अपना नेता चुनना चाहिए, क्योंकि ओवैसी ही मुस्लिम समुदाय के अधिकारों और मुद्दों पर खुलकर आवाज उठाते हैं।
देश में मुसलमानों पर बढ़ते हमले
अपने बयान में सैय्यद सरवर चिश्ती ने आरोप लगाया कि हिंदूवादी संगठन मुसलमानों और उनके धार्मिक स्थलों को खुलकर निशाना बना रहे हैं। उनका कहना है कि अब जुल्म की हदें पार हो चुकी हैं और मुसलमानों को अब इस स्थिति के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। उन्होंने ओवैसी की तारीफ करते हुए कहा कि वह देश में मुसलमानों के सबसे प्रभावशाली नेता हैं, जो हमेशा लव जिहाद, हिजाब, और अन्य एंटी-मुस्लिम मुद्दों पर मजबूती से अपनी बात रखते हैं। चिश्ती ने यह भी कहा कि कई नॉन-मुस्लिम लोग भी ओवैसी की दलीलों का समर्थन करते हैं, जो उनकी प्रभावशाली नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है।
महमूद मदनी विवाद पर प्रतिक्रिया
सरवर चिश्ती ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख महमूद मदनी द्वारा ओवैसी के खिलाफ दिए गए बयान पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। चिश्ती ने कहा कि अगर किसी के विचार आपस में मेल नहीं खाते, तो यह अलग बात है, लेकिन ऐसे संवेदनशील समय में ओवैसी के खिलाफ सार्वजनिक बयान देना गलत संदेश देता है। उन्होंने यह भी कहा कि ओवैसी इस समय मुसलमानों के लिए सबसे लोकप्रिय और प्रासंगिक नेता हैं, और उनके खिलाफ बोलना समुदाय के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
सूफी दरगाहों की चुप्पी पर सवाल
चिश्ती ने यह भी सवाल उठाया कि देश की सूफी दरगाहें और उनके प्रमुख इतने महत्वपूर्ण मुद्दों पर खामोश क्यों हैं। उनका कहना है कि मस्जिदों और मदरसों पर हो रहे हमलों के बीच सूफी दरगाहों का मौन सही नहीं है। उन्होंने दरगाहों से अपील की कि वे भी आगे आकर इस संघर्ष में भाग लें और मुसलमानों को एकजुट करें।
ओवैसी को समर्थन देने की अपील
अंत में, सरवर चिश्ती ने असदुद्दीन ओवैसी को मुसलमानों का सच्चा हितैषी बताया और कहा कि ओवैसी ही एकमात्र नेता हैं जो वर्तमान हालात में मुसलमानों की समस्याओं को सही तरीके से उजागर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस समय देश में बढ़ती नफरत और मुस्लिमों के धार्मिक स्थलों पर हो रहे हमलों को देखते हुए मुसलमानों को ओवैसी का समर्थन करना चाहिए और उन्हें अपने नेता के रूप में चुनना चाहिए।