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मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल के बहनोई समेत 9 लोग तड़ीपार

जालना : मराठा आरक्षण आंदोलन के प्रमुख नेता मनोज जरांगे पाटिल के बहनोई विलास खेडकर समेत 9 लोगों पर तड़ीपारी की कार्रवाई की गई है। जालना जिला प्रशासन ने बालू माफिया और अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए यह कार्रवाई की। अंबड उपविभागीय न्याय दंडाधिकारी के आदेशानुसार, इन सभी आरोपियों को जालना, बीड, परभणी और छत्रपती संभाजीनगर जिलों से तड़ीपार किया गया है।

विलास खेडकर पर किन आरोपों में कार्रवाई हुई?

विलास खेडकर पर अवैध बालू परिवहन और चोरी के गंभीर आरोप हैं।

  • 2021 में ट्रैक्टर द्वारा अवैध बालू परिवहन करने पर मामला दर्ज किया गया था।
  • 2023 में जालना के शहागड में बस जलाने की घटना में IPC की धारा 307, 353 और 435 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
  • 2023 में गोदावरी नदी से 4.81 लाख रुपये मूल्य की 100 ब्रास बालू चोरी करने का भी मामला दर्ज हुआ था।
  • पाथरवाला बुद्रुक में गोदावरी नदी से 500 ब्रास बालू चोरी करने के आरोप में गोंदी पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया।

इन गंभीर आरोपों के कारण विलास खेडकर को जालना, औरंगाबाद और परभणी जिलों से तड़ीपार कर दिया गया है।

जरांगे के आंदोलन में सक्रिय लोगों पर भी कार्रवाई

मनोज जरांगे पाटिल के आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल रहे 6 अन्य आरोपियों पर भी परभणी, जालना, बीड और औरंगाबाद से हद्दपार की कार्रवाई की गई है। इन पर बालू चोरी, हत्या के प्रयास, अंतरवाली सराटी आंदोलन में आगजनी, सरकारी काम में बाधा डालने जैसे मामलों में केस दर्ज हैं। ये अपराध 2019 से अलग-अलग मामलों में दर्ज किए गए हैं।

किन लोगों पर हुई कार्रवाई?

  1. विलास हरिभाऊ खेडकर
  2. केशव माधव वायभट
  3. संयोग मधुकर सोळुंके
  4. गजानन गणपत सोळुंके
  5. अमोल केशव पंडित
  6. गोरख बबनराव कुरणकर
  7. संदीप सुखदेव लोहकरे
  8. रामदास मसूरराव तौर
  9. वामन मसूरराव तौर

प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद मराठा आरक्षण आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ताओं में हलचल मची हुई है।

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