मस्जिद से इफ्तार की घोषणा पर हिंदू संगठनों का विरोध, इमाम समेत 9 गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में इफ्तार की घोषणा के लिए मस्जिद के लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर विवाद खड़ा हो गया। हिंदुत्ववादी संगठन के विरोध के बाद पुलिस ने इमाम सहित 9 मुस्लिमों को गिरफ्तार कर लिया और मस्जिद से लाउडस्पीकर भी हटा दिया।
यह घटना टांडा पुलिस थाना क्षेत्र के मानकपुर बजरिया गांव की है, जहां रविवार (2 मार्च) को इमाम ने रोजा खोलने की घोषणा करने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया। इसे लेकर हिंदू समुदाय ने आपत्ति जताई और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन तनाव जारी रहने के कारण 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। एएसपी अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि “कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तत्काल कार्रवाई की गई और गिरफ्तार लोगों को जेल भेज दिया गया।”
क्या कहना है मुस्लिम समुदाय का?
स्थानीय मौलाना रशीद अहमद ने इसे ‘एक समुदाय को निशाना बनाने’ की कार्रवाई बताया और सवाल उठाया कि धार्मिक स्थलों से घोषणाएं हमेशा से परंपरा रही हैं, फिर केवल मस्जिद को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है?
वहीं, कानूनी विशेषज्ञ एडवोकेट शारिक अनवर ने इस कदम को धार्मिक स्वतंत्रता के खिलाफ बताया और कहा कि “यह भयावह उदाहरण पेश करता है, जो समाज में भेदभाव को बढ़ावा दे सकता है।”
इस मामले को लेकर धार्मिक और सामाजिक संगठनों में गहरी नाराजगी है। कुछ संगठनों ने गिरफ्तार लोगों की तत्काल रिहाई की मांग की है और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।