औरंगाबाद में सनसनी: 24 घंटे में 4 आत्महत्याओं से शहर दहल उठा, आर्थिक और पारिवारिक तनाव बना कारण

औरंगाबाद: शहर में पिछले 24 घंटों के भीतर 4 लोगों ने आत्महत्या कर ली। ये घटनाएं देवलाई, सातारा, जहांगीर कॉलोनी और गोलवाड़ी क्षेत्र में सामने आईं। चारों मामलों में आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन पुलिस का प्राथमिक अनुमान है कि व्यक्तिगत, आर्थिक और पारिवारिक तनाव के चलते यह कदम उठाया गया।
सातारा: लिपिक ने बच्चों से कहा ‘पढ़ाई करो’, और लगाई फांसी
सातारा के रोहिदासनगर इलाके में रहने वाले रवींद्र बारकू कापडणीस (50) जिला और सत्र न्यायालय में लिपिक थे। सोमवार शाम वे काम से लौटे और परिवार के साथ भोजन किया। बच्चों से कहा, “पढ़ाई करो, मैं सोने जा रहा हूं,” और बेडरूम में चले गए। मंगलवार सुबह जब वे बाहर नहीं आए तो पत्नी ने खिड़की से झांका और देखा कि वे फंदे से लटके हुए थे। उनके पीछे पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है। सातारा पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
जहांगीर कॉलोनी: भाई को किया आखिरी फोन और दी जान
तैय्यब समद पठान (24), जो निजी वाहन चलाकर परिवार का गुजारा करते थे, कुछ दिनों से पत्नी के साथ जहांगीर कॉलोनी में रह रहे थे। सोमवार रात करीब 10 बजे उन्होंने अपने बड़े भाई को फोन कर कहा कि वे आत्महत्या करने जा रहे हैं। जब तक भाई घर पहुंचे, तय्यब फंदे से लटके मिल गए। हर्सूल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
देवलाई: काम पर जाने का कहकर प्लंबर ने लगाया फांसी का फंदा
देवलाई निवासी अमोल काकासाहेब लोखंडे (33) प्लंबिंग का काम करते थे। मंगलवार सुबह 9:30 बजे बाळापूर शिवार क्षेत्र में उन्होंने एक पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली। सुबह घर से काम पर जाने का बहाना कर निकले थे, लेकिन सीधे खेत में जाकर फांसी लगा ली। उनके मामा संतोष हिवाले जब खेत पर पहुंचे तो घटना सामने आई। अमोल के पीछे माता-पिता और पत्नी हैं। चिकलठाणा पुलिस जांच कर रही है।
गोलवाड़ी: चाय पीने के बाद किसान ने उठाया खौफनाक कदम
गोलवाड़ी के रहने वाले 30 वर्षीय किसान तुळजाराम सलामपुरे ने आत्महत्या कर ली। मंगलवार सुबह उन्होंने घरवालों के साथ चाय पी, फिर ऊपर की मंजिल पर जाकर फांसी लगा ली। उनके पीछे माता-पिता, भाई और पत्नी हैं। छावनी पुलिस मामले की जांच कर रही है।
चार अलग-अलग घटनाओं ने पूरे औरंगाबाद शहर में सनसनी फैला दी है। पुलिस हर मामले में जांच कर रही है और परिजन सदमे में हैं।
