सत्ता का दुरूपयोग: फोन आया और थम गई कार्रवाई – अवैध खनन प्रकरण में उपमुख्यमंत्री की दबंग एंट्री!

सोलापुर: माढा तालुका के कुर्डु गांव में सड़क निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर अवैध मुरूम खनन किए जाने की जानकारी मिलने के बाद माळशिरस विभाग की पुलिस उपअधीक्षक अंजली कृष्णा ने मौके पर छापा मारा। लाखों रुपए का सरकारी राजस्व हड़पने वाले इस अवैध गौण खनिज उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए वह पूरी तरह तैयार थीं।
लेकिन इस दौरान एक चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया। राष्ट्रवादी कांग्रेस के स्थानीय नेता बाबासाहेब जगताप ने सीधे उपमुख्यमंत्री अजित पवार से संपर्क साधा और उनका फोन पुलिस उपअधीक्षक को थमाया। फोन पर अजित पवार ने कथित तौर पर कहा – “मैं उपमुख्यमंत्री बोल रहा हूं, कार्रवाई रोक दीजिए, यह मेरा आदेश है।” इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि “अगर कार्रवाई की तो मैं आप पर ही कार्रवाई करूंगा।”
इस दबाव के चलते कार्रवाई रोकनी पड़ी। सरकारी खजाने को भारी नुकसान होने के बावजूद राजस्व विभाग और प्रशासन की चुप्पी से नागरिकों में गहरी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि जैसे ही पुलिस अधिकारियों ने हिम्मत दिखाई, राज्य के उपमुख्यमंत्री ने ही उन्हें रोकने का काम किया, जो गंभीर मामला है।
नागरिकों ने सीधे सवाल खड़े किए हैं –
क्या अवैध कारोबार को चालू रखने का यही सरकार का इरादा है?
क्या ठेकेदारों और नेताओं को फायदा पहुंचाने के लिए पुलिस को रोका जा रहा है?
इस घटनाक्रम ने पुलिस प्रशासन की स्वायत्तता, कानून के राज और खनन माफियाओं को मिल रहे राजनीतिक संरक्षण पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
