जालना में मूसलधार बारिश का कहर, कुंडलिका और सीना नदी में आई बाढ़, गाड़ियां बह गईं

जालना/कादरी हुसैन
कुछ दिनों की राहत के बाद एक बार फिर से महाराष्ट्र में बारिश ने रौद्ररूप धारण कर लिया है। मराठवाड़ा के कई जिलों को इस बार बारिश ने बुरी तरह प्रभावित किया है और जालना जिला भी इसकी चपेट में है। जालना शहर में दो दिनों से लगातार मूसलधार बारिश हो रही है। सोमवार (15 सितंबर) रात 10 बजे से लेकर मंगलवार तड़के 3 बजे तक हुई तेज बारिश के चलते कुंडलिका और सीना नदी उफान पर आ गई।
मिली जानकारी के अनुसार, जालना बस स्टैंड परिसर से गुजरने वाले पुल पर पानी भर जाने से यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। जालना से छत्रपति संभाजीनगर होते हुए पुणे और अन्य शहरों के लिए जाने वाली बस सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। दोनों नदियों में आए बाढ़ के कारण कई नागरिकों के घरों में पानी घुस गया। अन्न-धान्य और घरेलू सामान का नुकसान हुआ, वहीं कई वस्तुएं पानी के साथ बह गईं।
लक्कडकोट इलाके में लकड़ी से सामान बनाने का काम होता है। नदी में आए बाढ़ से वहां का लकड़ी का स्टॉक और लकड़ी काटने की मशीनें भी बह गईं। बस स्टैंड परिसर में खड़ी दो से तीन चारपहिया गाड़ियां भी पानी के तेज बहाव में बह गईं। इसके अलावा, नदी किनारे के घरों में भी पानी घुस गया, जिसके चलते कई नागरिकों ने पूरी रात जागकर गुजारी।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू करने की मांग की है। नागरिकों का कहना है कि स्थिति पर जल्द काबू पाने और प्रभावित परिवारों की मदद के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।
