जालना में बादल फटने जैसी आपदा: विधायक अर्जुन खोतकर ने 17 लोगों की जान बचाई, राहत कार्य में शिवसैनिक और प्रशासन सक्रिय

जालना/कादरी हुसैन
जालना और आसपास के क्षेत्रों में सोमवार, 15 सितंबर की रात 11 बजे के बाद तेज गर्जना और बिजली के साथ मूसलधार बारिश ने तबाही मचाई। कई घर और दुकानें पानी में डूब गईं, जिससे लोगों की जान और संपत्ति दोनों पर संकट आ गया। ऐसी गंभीर परिस्थितियों में विधायक अर्जुनराव खोतकर ने आधी रात से ही राहत कार्य की कमान संभाली और प्रशासन को तुरंत सक्रिय कर 17 लोगों को सुरक्षित निकाला।

राहत कार्य की शुरुआत सुबह चार बजे से विधायक खोतकर शिवसैनिकों के साथ मैदान में उतरकर किया। उन्होंने जिलाधिकारी, उपविभागीय अधिकारी, महापालिका आयुक्त और पुलिस प्रशासन के साथ समन्वय कर स्थिति को नियंत्रण में लाने के निर्देश दिए। बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए नावों का प्रयोग किया गया। सारवाड़ी निवासी रामेश्वर काले जैसे कई लोग बाढ़ में फंसे थे, जिन्हें विधायक और महापालिका टीम ने समय रहते बचाया।
इस राहत अभियान में विधायक खोतकर के साथ युवा सेना के अभिमन्यु खोतकर, शिवसेना जिला प्रमुख ए.जे. बोराडे, पंडितराव भुतेकर, शिवसेना शहर प्रमुख विष्णु पाचफुले, शेख नज़ीरभाई, गणेशराव सुपारकर, संतोष चौधरी, हैदर अली, हनुभाई, मंगल गारे, पांडुरंग खैरे, राम खांडेभराड, अंबरीश सुपारकर, विनोद आठवे सहित कई स्वयंसेवक और स्थानीय अधिकारी शामिल थे।
विधायक खोतकर के नेतृत्व में शिवसेना प्रमुख विष्णु पाचफुले और टीम ने प्रभावितों के लिए भोजन की व्यवस्था की। तहसील प्रशासन ने राशन और फूड पैकेट उपलब्ध कराए। मीडिया से बातचीत में विधायक खोतकर ने कहा, “सिर्फ चार घंटों में 150 मिमी बारिश हुई। पिछले पचास वर्षों में इतनी गंभीर स्थिति पहली बार बनी है। संकट में फंसे लोगों को हम अकेला नहीं छोड़ेंगे। पंचनामा जल्द पूरा होगा और मैं जनता के साथ मजबूती से खड़ा हूं।”
शहर में इस राहत कार्य ने प्रशासन और जनता के समन्वय का एक सकारात्मक उदाहरण पेश किया। शिवसेना शहर प्रमुख विष्णु पाचफुले ने कहा, “आपदा की इस घड़ी में हम जनता के साथ खड़े हैं। भोजन और मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है। विधायक अर्जुन खोतकर के नेतृत्व में शिवसैनिक पूरी ताकत से मदद कर रहे हैं, वहीं तहसील प्रशासन और स्वयंसेवक नागरिकों तक आवश्यक सामग्री पहुंचा रहे हैं।”
इस आपदा में समय पर राहत और बचाव कार्य ने जालना के नागरिकों में विश्वास और उम्मीद की नई किरण जगाई है।
