लोणार में कै. कु. दुर्गा क. बनमेरू विज्ञान महाविद्यालय में भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन

लोणार / फिरदोस खान पठान
दिनांक 17 सितंबर 2025 को महाराष्ट्र शासन के निर्देशानुसार राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग द्वारा कै. कु. दुर्गा क. बनमेरू विज्ञान महाविद्यालय, लोणार में भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
रक्तदान शिविर का उद्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रकाश क. बनमेरू के शुभहस्ते हुआ। इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रूप में डॉ. संतोष क. बनमेरू और सचिव उपस्थित थे। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. प्रकाश क. बनमेरू थे। साथ ही लीलावती ब्लड बैंक, बुलढाणा के अधिकारी हरिओम क्षीरसागर और राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग के कार्यक्रम अधिकारी प्रा. डॉ. मिलींद विठ्ठल गायकवाड भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम का प्रारंभ प्रा. डॉ. मिलींद गायकवाड ने रक्तदान के महत्व और रक्तदान शिविर के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए किया। प्राचार्य डॉ. प्रकाश क. बनमेरू ने अपने मार्गदर्शन भाषण में कहा, “रक्तदान सर्वोच्च दान है। एक रक्तदान से किसी का जीवन बच सकता है। सेवा ही सच्चा धर्म है। आज की युवा पीढ़ी को समाज हित में इस सेवा के प्रति जागरूक रहना चाहिए और आगे बढ़कर योगदान देना चाहिए।”
उन्होंने विद्यार्थियों को रक्तदान के शारीरिक और मानसिक लाभों के बारे में बताया और यह भी समझाया कि रक्तदान कौन कर सकता है और इसके क्या मानदंड हैं। प्रा. डॉ. मिलींद गायकवाड ने उपस्थित विद्यार्थियों से अपील की कि जो भी रक्तदान करने योग्य हैं, वे निश्चित रूप से रक्तदान करें और अपने परिवार, मित्र और परिचितों को भी इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित करें।
रक्तदान शिविर में आए प्रत्येक दाता की चिकित्सकीय जांच के बाद ही रक्तदान किया गया। इस शिविर के माध्यम से विद्यार्थियों में सामाजिक जिम्मेदारी, सेवा भाव और समुदाय के प्रति प्रतिबद्धता की भावना और मजबूत हुई।
शिविर में स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी, स्वयंसेवी संगठन के प्रतिनिधि और पूर्व विद्यार्थी भी उपस्थित थे। महाविद्यालय के सभी विद्यार्थी, शिक्षक और गैर-शिक्षक कर्मचारियों ने उत्स्फूर्त रूप से हिस्सा लिया।
रक्तदान करने वाले सभी दाताओं को प्रमाणपत्र प्रदान कर उनके सम्मान में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रा. डॉ. शारिक शेख ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रा. डॉ. मिलींद विठ्ठल गायकवाड ने किया।
शिविर को सफल बनाने में प्रा. सूर्यकांत बोरुळ, प्रा. कमलाकर वाव्हळ, प्रा. महेंद्रभिसे, प्रा. शिशंकर मोरे, प्रा. मंगेश ठोंबळ, प्रा. सौरभ गायकवाड, प्रा. कुशल मगर, प्रा. प्रतीक सानप और सभी राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवकों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। महाविद्यालय के सभी शिक्षकगण ने भी शिविर की सफलता में पूर्ण सहयोग प्रदान किया।
