पैठण तालुका में अतिवृष्टि से किसानों की हालत गंभीर, संजय शिरसाट ने ट्रैक्टर से लिया नुकसान का आकलन

पैठण/प्रतिनिधि
पैठण तालुका में हुई मूसलधार बारिश से करीब 86 हजार हेक्टेयर खेतों में खड़ी फसलें पानी में डूब गईं। इस आपत्ती से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिले के पालकमंत्री संजय शिरसाट और विधायक विलास भुमरे ने गुरुवार (18 सितंबर) को अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। खेतों तक जाने के लिए सड़कें पूरी तरह पानी में डूब जाने के कारण पालकमंत्री को ट्रैक्टर से ही जाकर निरीक्षण करना पड़ा।
‘ओला सूखा’ घोषित करने की मांग
निरीक्षण के बाद पालकमंत्री संजय शिरसाट ने कहा, “मराठवाड़ा क्षेत्र को ‘ओला सूखा’ घोषित किया जाए, यह हमारी प्रमुख मांग है। इस संदर्भ में मैंने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा की है। किसानों को तत्काल मदद की घोषणा की आवश्यकता है और इस मुद्दे पर भी चर्चा हुई है। अगले पाँच से छह दिनों में इस पर बड़ी घोषणा होने की संभावना है।”
ट्रैक्टर से लिया नुकसान का आकलन
कातपूर परिसर में खेतों तक जाने के लिए सड़कें पानी में डूब गई थीं। इस कारण पालकमंत्री और अधिकारियों को ट्रैक्टर से खेतों तक जाकर नुकसान का प्रत्यक्ष आकलन करना पड़ा। इस निरीक्षण के दौरान जिल्हा परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीलम बाफना, तहसीलदार ज्योति पवार, कार्यकारी अभियंता प्रशांत संत, उपजिल्हा प्रमुख विनोद बोंबले, दीपक मोरे, भाऊ लबडे सहित कई अधिकारी और पदाधिकारी उपस्थित थे।
जायकवाड़ी धरण जलाशय 100% भरला
निरीक्षण दौरे के दौरान पालकमंत्री और अधिकारियों ने जायकवाड़ी (नाथसागर) धरण का जलपूजन भी किया, क्योंकि इस बार धरण 100% भर चुका है। इस दौरे से किसानों में उम्मीद जगी है कि जल्द ही उन्हें सरकार से राहत और मदद मिलेगी।
