औरंगाबाद: “आई लव मोहम्मद” बैनर प्रकरण पर युवाओं का शांतिपूर्ण मोर्चा, कानपुर की घटना के खिलाफ जताया आक्रोश

औरंगाबाद/प्रतिनिधि
अचानक विभागीय आयुक्त कार्यालय, दिल्लीगेट के सामने मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे हजारों युवाओं की भीड़ जमा हो गई। हाथों में “I Love Mohammad” लिखे बैनर लिए युवाओं ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने भारी बंदोबस्त तैनात किया था।
विशेष बात यह रही कि इस मोर्चे का कोई औपचारिक नेतृत्व नहीं था, लेकिन हजारों की भीड़ एक ही मांग को लेकर एकजुट थी। कानपुर जिले की हाल की घटना में लगभग 20 से 25 मुस्लिम युवकों पर “I Love Mohammad” लिखे बैनर लगाने के कारण मुकदमे दर्ज कर गिरफ्तारियां की गईं। इस कार्रवाई से देशभर में आक्रोश की लहर फैल गई है।
आंदोलनकारियों का कहना था कि पैगंबर मोहम्मद पूरी दुनिया के लिए शांति और भाईचारे का संदेश देने वाले थे। ऐसे में उनके नाम को बैनर पर लिखना अपराध कैसे हो सकता है? संविधान हर नागरिक को अपने धर्म का पालन और प्रचार-प्रसार का अधिकार देता है। फिर भी युवाओं पर अपराध दर्ज करना अन्याय है।
मोर्चे में शामिल युवाओं ने चेतावनी दी कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार इन मुकदमों को वापस नहीं लेती तो शहर बंद का आह्वान किया जाएगा। यह शांतिपूर्ण मोर्चा पैठण गेट से शुरू होकर गुलमंडी, सिटी चौक, किले अर्क, अण्णाभाऊ साठे चौक होते हुए विभागीय आयुक्त कार्यालय तक पहुंचा। इस दौरान करीब दो घंटे तक एक तरफ का मार्ग बंद करना पड़ा, ताकि यातायात व्यवस्था संभाली जा सके।
मोर्चे की जानकारी देते हुए फैसल खान और शेख सलीम ने मीडिया को बताया कि कानपुर की घटना की निंदा करते हुए युवाओं ने यहां विभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन पर फैसल खान, शेख सलीम, अश्फाक कुरेशी, शेख मतीन, फराज खान, शफीक शेख और मुजाहिद खान के हस्ताक्षर थे।
इससे पहले आजाद चौक पर मतीन पटेल के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन भी किया गया था। वहीं मुस्लिम बहुल इलाकों में कई युवाओं ने “I Love Mohammad” लिखे बैनर लगाए थे।
