मनोज जरांगे पाटील ने दसरे तक दिया अल्टीमेटम, कहा – हैदराबाद गजेटियर लागू करो, वरना मंत्रियों को राज्य में घूमने नहीं देंगे

मुंबई/प्रतिनिधि
मराठा आरक्षण के लिए आजाद मैदान, मुंबई में पाँच दिन आमरण अनशन कर हैदराबाद गजेटियर लागू करवाने वाले मनोज जरांगे पाटील ने अब सरकार को दसरे तक अंतिम चेतावनी दी है। उनका कहना है कि सरकार हैदराबाद गजेटियर की नोंदियों के आधार पर कुंडबी प्रमाणपत्र जारी करने में टालमटोल कर रही है। जरांगे पाटील ने साफ कहा कि यदि सरकार ने प्रमाणपत्र जारी करने में देरी की तो मंत्रियों को राज्यभर में घूमने नहीं दिया जाएगा।
जरांगे पाटील का कहना है कि जिनकी नोंदियाँ मौजूद हैं, उन्हें तुरंत कुंडबी प्रमाणपत्र दिए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने वचन दिया था कि हैदराबाद गजेटियर की नोंदियों के अनुसार प्रमाणपत्र जारी होंगे, अब उस वचन को पूरा करने की बारी है।
उन्होंने ‘झी 24 तास’ को दिए विशेष साक्षात्कार में सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए और कहा कि शुरुआत में ऐसा माहौल बनाया गया मानो पूरे मराठवाड़ा को आरक्षण मिल गया हो, लेकिन हकीकत में जिनके दस्तावेज थे, उन्हें पहले से ही प्रमाणपत्र मिल रहे थे। अब आंदोलन का केंद्र बिंदु बना है – “अमल”।
जरांगे पाटील ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और मंत्री छगन भुजबळ पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में रहते हुए भुजबळ ओबीसी समाज की आड़ लेकर मराठा समाज को तोड़ने की राजनीति कर रहे हैं। जरांगे पाटील ने दावा किया कि भुजबळ की आक्रामक आवाज के पीछे फडणवीस का ही समर्थन है, अन्यथा वह इतना खुलकर नहीं बोल सकते।
उन्होंने कहा – “सरकार ने हमें भरोसा दिलाया है, अब समय है उस भरोसे को सच साबित करने का। अगर दसरे तक प्रमाणपत्र जारी नहीं हुए तो हम मंत्रियों को राज्यभर में घूमने नहीं देंगे।”
