भोकरदन के अलहुदा उर्दू स्कूल में सीरत-उन-नबी ﷺ जलसा: पैगंबर ﷺ के आदर्शों से सजी विद्यार्थी प्रस्तुतियाँ

भोकरदन / करीम लाला
अलहुदा उर्दू स्कूल, भोकरदन में पैगंबर हजरत मुहम्मद ﷺ के जीवन पर आधारित सीरत-उन-नबी ﷺ जलसा बड़े उत्साह और आध्यात्मिक वातावरण में संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम शनिवार सुबह 10 बजे शुरू हुआ।
कार्यक्रम में स्कूल सोसाइटी के अध्यक्ष हाजी शब्बीर अहमद कुरेशी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जबकि नगर परिषद भोकरदन के पार्षद अब्दुल कदीर (बापू) ने मान्यवर अतिथि के रूप में भाग लिया। इसके अतिरिक्त जमियतुल उलमा भोकरदन की ओर से हाफिज शफी, हाफिज अन्सार और मुफ्ती मोइजुद्दीन ने विशेष भागीदारी निभाई।

कार्यक्रम में प्रिंसिपल युनुस खान, मुख्याध्यापक सय्यद जलील, शिक्षकगण, कर्मचारी, विद्यार्थियों और गाँव के प्रतिष्ठित नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अफिया शेख अजीजुद्दीन ने की और अपने भाषण में पैगंबर ﷺ के जीवन से मिलने वाली प्रेरणा और शिक्षाओं को विद्यार्थियों के लिए आदर्श के रूप में अपनाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम की शुरुआत अदीबा सादिक द्वारा कुरान पाठ से हुई। इसके बाद फातिमा झहूर ने मधुर स्वर में ‘हमद’ प्रस्तुत किया। झोया शकील और मुबश्शिरा अब्दुल कुद्दुस ने मिलकर ‘नात-ए-रसूल ﷺ’ पेश किया, जिससे श्रोता भावविभोर हो गए।
विद्यार्थिनी अंजुम शेख बाबा, फातिमा मुजम्मिल, शिफा मुजम्मिल और मरियम अतीक ने प्रभावशाली भाषणों के माध्यम से पैगंबर ﷺ के जीवन, उनके आदर्श, नैतिक मूल्य और समाज हित के लिए शिक्षाओं को साझा किया। अंग्रेज़ी में भी विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुति दी, जिसमें मुबश्शिरा अब्दुल कुद्दुस और मलिक शेख शफीक ने पैगंबर ﷺ के जीवन पर विचार प्रस्तुत किए। नग्मा नासिर कुरेशी ने उर्दू कविताओं के माध्यम से दर्शकों का मन मोह लिया।

इस अवसर पर अम्मार मुजीब ने पैगंबर ﷺ के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की और समाज में शांति, एकता, आपसी स्नेह और मानवीय मूल्यों के संरक्षण का संदेश दिया। कार्यक्रम का संचालन सय्यद अम्मार जलील और रेहान इमरान खान ने उत्साहपूर्ण और आकर्षक शैली में किया। अंत में फिरोज सर ने सभी अतिथियों, आयोजकों, शिक्षकगण और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया।
यह जलसा केवल धार्मिक आयोजन नहीं था, बल्कि यह सामाजिक और शैक्षणिक जागरूकता का प्रतीक भी बन गया। विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों के माध्यम से पैगंबर ﷺ की शिक्षाओं का प्रभाव सभी उपस्थितों पर साफ़ झलकता रहा। कार्यक्रम में उपस्थित मान्यवरों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि “यह आयोजन विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास और समाज की नैतिक उन्नति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
अलहुदा उर्दू स्कूल ने इस शानदार जलसे के माध्यम से शैक्षणिक और सामाजिक कार्यों में अपनी अग्रणी भूमिका एक बार फिर साबित की और सभी उपस्थितों के लिए यह कार्यक्रम अविस्मरणीय बन गया।
