औरंगाबाद: मनपा की अतिक्रमण कार्रवाई से आहत किसान ने की आत्महत्या, मृतदेह के साथ चौक में ठिय्या आंदोलन

औरंगाबाद/प्रतिनिधि
नगर निगम की अतिक्रमण हटाओ मुहिम से परेशान एक युवा किसान ने खेत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने मृतदेह के साथ चिकलठाणा चौक में ठिय्या आंदोलन किया। ढाई घंटे चले इस आंदोलन के दौरान जालना रोड पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
आंदोलनकारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि मृतक के परिजन को नौकरी और आर्थिक सहायता दिए बिना वे वहां से नहीं हटेंगे। इससे स्थिति तनावपूर्ण बन गई। आखिरकार पुलिस प्रशासन और नागरिकों के बीच हुई चर्चा के बाद आंदोलन समाप्त हुआ और मृतदेह परिजनों को सौंपा गया। इसके बाद यातायात सुचारु हुआ, लेकिन इलाके में पुलिस बंदोबस्त बढ़ा दिया गया है।
मृतक की पहचान राजेश्वर साईनाथ नवपुते उर्फ गोटे (उम्र 30 वर्ष) निवासी महादेव गली, चिकलठाणा के रूप में हुई है। घटना 25 सितंबर की सुबह करीब 9 बजे सामने आई। दो माह पहले नगर निगम ने उसकी तीन मंजिला इमारत को अतिक्रमण करार देते हुए नोटिस जारी किया था। तभी से वह मानसिक तनाव में था। इसी दबाव में आकर उसने यह कदम उठाया, ऐसा परिजनों ने बताया।
जानकारी के अनुसार राजेश्वर रोज सुबह 8 बजे खेत से दूध लेकर घर लौटता था। गुरुवार को जब वह वापस नहीं आया तो परिवार को शंका हुई। उसका भतीजा खेत की ओर दौड़ा और वहां पहुंचकर देखा तो राजेश्वर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
राजेश्वर अपने पीछे माता-पिता, पत्नी, दादी और तीन माह के बेटे को छोड़ गया है।
