जालना: महाकाला श्मशानभूमि में अधजला शव, ग्रामीणों में गहरा रोष

जालना/कादरी हुसैन
अंबड तहसील के महाकाला ग्राम पंचायत के पास बनी श्मशानभूमि बारिश के मौसम में उपयोगहीन साबित हो रही है। तेज बारिश के कारण पूरा क्षेत्र कीचड़मय हो गया है और सड़कों के किनारे तालाब जैसे हालात बन गए हैं।
हाल ही में शारदानगर के एक युवक की दुर्घटना में मृत्यु हो गई। उसके अंतिम संस्कार के लिए शव को महाकाला श्मशानभूमि लाया गया, लेकिन श्मशानभूमि की छत से वर्षा का पानी गिरने के कारण शव अधजला रह गया। इसके कारण परिजनों, रिश्तेदारों और मित्रों को अंतिम संस्कार में भारी कठिनाई और मानसिक कष्ट सहना पड़ा।
इस घटना ने ग्रामीणों और युवाओं में आक्रोश भर दिया। उन्होंने श्मशानभूमि के निर्माण कार्य पर सवाल उठाए और संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारी, पदाधिकारी और अभियंता के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग की है।
गांव के गणेश कव्हळे ने कहा, “महाकाला गांव की श्मशानभूमि में दो जगह निर्माण कार्य हुआ है, लेकिन दोनों ही जगहों पर बारिश में ऊपर से पानी टपकता है। कल एक शव जल रहा था, तभी बारिश से वह अधजला रह गया और उसे उठाकर दोबारा पास में जलाना पड़ा। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और हृदय को पीड़ा देने वाली घटना है।”
एडवोकेट जी.एस. पटेकर ने बताया, “मैंने इस घटना के संबंध में ऑनलाइन शिकायत दर्ज की है। इस कार्य के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की है।”
ग्रामीणों की नाराजगी के बाद अब प्रशासन और ग्राम पंचायत पर दबाव बढ़ गया है कि वे श्मशानभूमि के निर्माण में दोषपूर्ण कार्य के लिए तत्काल सुधार करें और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव सुनिश्चित करें।l
