नेर क्षेत्र में अतिवृष्टि से तबाह खेतों का निरीक्षण — शेतकरी विकास मंच और जमात-ए-इस्लामी हिंद ने की किसानों के लिए प्रशासन से ₹५०,००० प्रति हेक्टेयर मुआवज़े की माँग

जालना/कादरी हुसैन
जालना जिले के नेर तालुका के अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की बदहाली का जायज़ा लेने के लिए जमात-ए-इस्लामी हिंद महाराष्ट्र और शेतकरी विकास मंच महाराष्ट्र का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल रविवार, ४ अक्टूबर २०२५ को दौरे पर पहुँचा।
इस दल में जमात-ए-इस्लामी हिंद महाराष्ट्र के उपाध्यक्ष ज़मीर क़ादरी, सचिव अब्दुल मुजीब और शेतकरी विकास मंच महाराष्ट्र के अध्यक्ष हुसैन खान प्रमुख रूप से शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने खेतों में जाकर हालात देखे, जहाँ अभी भी पानी भरा हुआ है और खरीफ की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं।
किसानों से बातचीत में सामने आया कि लगातार बारिश और जलभराव के कारण उन्हें भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है। कई परिवारों के पास अब रबी सीज़न के लिए बीज या खाद खरीदने तक की क्षमता नहीं बची है।
शेतकरी विकास मंच ने प्रशासन से तत्काल कदम उठाने की माँग करते हुए पाँच प्रमुख बिंदु रखे —
- प्रत्येक प्रभावित किसान का नुकसान मूल्यांकन (पंचनामा) तुरंत किया जाए।
- सभी पीड़ित किसानों को समय पर मुआवज़ा मिले।
- प्रति हेक्टेयर ₹५०,००० का मुआवज़ा तय किया जाए।
- रबी सीज़न के लिए बीज और खाद की आपूर्ति तत्काल शुरू की जाए।
- सर्वेक्षण और राहत कार्य में तेजी लाई जाए।
शेतकरी विकास मंच नेर शाखा ने अब तक ६० किसानों के पंचनामे पूर्ण कर लिए हैं। दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने नेर ग्राम पंचायत के सरपंच से भी मुलाक़ात की। सरपंच ने बताया कि उन्होंने ४५% क्षेत्र प्रभावित होने की रिपोर्ट शासन को भेजी है और किसानों को हर संभव सहायता दिलाने का भरोसा दिया है।
इसी दौरान मंच की ओर से चार अत्यंत गरीब किसानों को कुल ₹१६,००० की आर्थिक सहायता तत्काल दी गई।
इस अवसर पर शेतकरी विकास मंच नेर के अध्यक्ष शेख युसुफ, उपाध्यक्ष हरीभाऊ शिंदे, जमात-ए-इस्लामी हिंद नेर के अध्यक्ष अमान खान और अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
