“आई लव मुहम्मद” स्टिकर्स प्रकरण पर गैरकानूनी गिरफ्तारियां बंद करने और मौलाना तौकीर रज़ा की रिहाई की मांग — कुल जमाअती विफाक महाराष्ट्र, जालना ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

जालना/कादरी हुसैन
कुल जमाअती विफाक महाराष्ट्र, जालना की ओर से भारत के राष्ट्रपति के नाम एक महत्वपूर्ण ज्ञापन जिल्हाधिकारी जालना के माध्यम से सौंपा गया। ज्ञापन में “आई लव मुहम्मद” स्टिकर्स प्रकरण के बहाने देशभर, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में निर्दोष मुस्लिम युवकों की हो रही गिरफ्तारियों पर गहरी चिंता व्यक्त की गई है। संगठन ने मांग की है कि इन गैरकानूनी गिरफ्तारियों पर तुरंत रोक लगाई जाए और मुसलमानों के प्रमुख धार्मिक नेता मौलाना तौकीर रज़ा खान बरेलवी को शीघ्र रिहा किया जाए।

ज्ञापन में यह भी कहा गया कि महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में पैगंबर हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करने वाले और राज्य में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले राजनेताओं के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
इस अवसर पर कुल जमाअती विफाक महाराष्ट्र, जालना के प्रतिनिधिमंडल में —
लियाकत अली खान यासिर (वाहदत-ए-इस्लामी हिंद, जालना),
मौलाना मुहम्मद नसरुल्लाह हुसैनी सोहेल नदवी,
मौलाना मुहम्मद अब्दुल सलाम (जमियत-ए-उलेमा हिंद, जालना),
इकबाल पाशा (वरिष्ठ नेता),
अधिवक्ता सोहेल सिद्दीकी,
बदर चाऊस (प्रदेश उपाध्यक्ष, कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल),
फिरोज अली (मुस्लिम विकास परिषद),
अतीक अहमद खान (अध्यक्ष, जालना जिला शहर कांग्रेस),
अब्दुल रऊफ परसुवाले (पूर्व सभापति, जिला परिषद जालना),
आमिर पाशा (नगर पालिका सदस्य, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी),
तथा कलीम खान, शेख जावेद, फय्याज बागबान, राहुल कसबे, मुहम्मद सुलेमान सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि देश में शांति, सद्भाव और संविधान की मर्यादा बनाए रखने के लिए सरकार को ऐसे पक्षपातपूर्ण और उकसाने वाले मामलों में तत्परता से हस्तक्षेप करना चाहिए।
