जालना में जिला जल स्वच्छता मिशन समिति की समीक्षा बैठक संपन्न — जल जीवन मिशन के तहत 745 योजनाओं पर तेजी से काम जारी

जालना/कादरी हुसैन
जालना जिल्हाधिकारी कार्यालय के सभागार में आज जिला जल स्वच्छता मिशन समिति की बैठक अपर जिलाधिकारी रीता मैत्रेवार की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिले के नागरिकों को स्वच्छ और नियमित जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए चल रहे जल जीवन मिशन के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई।
अपर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वीकृत जल आपूर्ति योजनाओं के कार्य तय समयसीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाएं, ताकि ग्रामीण व शहरी दोनों स्तरों पर नागरिकों को निरंतर और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके।
बैठक में जिला परिषद ग्रामीण जल आपूर्ति विभाग के कार्यकारी अभियंता सर्जेराव शिंदे, भूजल सर्वेक्षण एवं विकास यंत्रणा के सहायक भूविज्ञानी श्री गिरीधरा, तथा ग्रामीण जल आपूर्ति विभाग के तालुका उप-अभियंता उपस्थित थे।
अभियंता शिंदे ने बताया कि जालना जिले के अंबड, बदनापूर, भोकरदन, घनसावंगी, जाफराबाद और जालना तालुकों में जल जीवन मिशन के तहत जल आपूर्ति योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। वहीं परतूर और मंठा तालुकों में महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण यंत्रणा के माध्यम से दो ग्रिड जल आपूर्ति योजनाएं शुरू की गई हैं।
उन्होंने बताया कि जिले के लिए जल जीवन मिशन अंतर्गत कुल 745 जल आपूर्ति योजनाएं स्वीकृत हैं, जिनके लिए 524.31 करोड़ रुपये की मंजूरी शासन से प्राप्त हुई है। इनमें से 258 योजनाएं पूरी तरह पूर्ण, 319 योजनाएं अंतिम चरण में, जबकि 164 योजनाएं कार्यान्वयन के दौर में हैं।
राज्य और केंद्र सरकार से प्राप्त 215 करोड़ रुपये का अनुदान पूर्णतः व्यय हो चुका है। वहीं पूर्ण कार्यों के भुगतान हेतु शासन से 104 करोड़ रुपये की अतिरिक्त निधि की मांग की गई है।
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन केवल जलापूर्ति का कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनस्वास्थ्य और जीवन गुणवत्ता से जुड़ा एक जनआंदोलन है। सभी विभागों को इसमें समन्वयपूर्वक कार्य करने की आवश्यकता है, ताकि जिले के हर घर तक सुरक्षित पेयजल पहुंचाया जा सके।
