अनुदान घोटाले में एक और तलाठी औरंगाबाद से गिरफ्तार, आर्थिक गुन्हे शाखा की कार्रवाई

जालना/कादरी हुसैन
अनुदान घोटाले के मामले में आर्थिक गुन्हे शाखा ने एक और तलाठी कल्याणसिंग अंबरसिंग बमनात को औरंगाबाद से गिरफ्तार किया है। आरोपी पिछले दो महीनों से अटका से बचने के लिए छुपा हुआ था और उसने किसी भी मोबाइल या सोशल मीडिया का उपयोग नहीं किया था।
इस घोटाले में आरोपियों ने अपने परिचितों, रिश्तेदारों और मित्रों के नाम पर फर्जी और दोहरी प्रविष्टियाँ बनाकर जिरायत जमीन को बागायत दर्शाते हुए, सरकारी (गायरान) जमीन अपने नाम दिखाई और प्राकृतिक आपदा अनुदान की राशि ₹24,90,77,811 अपने बीच बांट ली।
इस मामले में पहले गिरफ्तार चार आरोपी पुलिस हिरासत के बाद न्यायालय द्वारा जेल भेजे जा चुके हैं।
अभियान के दौरान आर्थिक गुन्हे शाखा की टीम ने छत्रपती संभाजीनगर (अब औरंगाबाद) शहर में छापा मारकर आरोपी तलाठी को पकड़ा। गिरफ्तार आरोपी कल्याणसिंग अंबरसिंग बमनात, आयु 35 वर्ष, निवासी निहालसिंगवाडी, तालुका अंबड, जिला जालना, तहसील कार्यालय अंबड में कार्यरत था।
इस प्रकरण में आगे की गहन जांच जारी है और अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक जालना अजयकुमार बंसल, अपर पुलिस अधीक्षक आयुष नोपाणी, प्रभारी उपअधीक्षक सिद्धार्थ माने, स. पुलिस निरीक्षक मिथुन घुगे और आर्थिक गुन्हे शाखा की संयुक्त टीम द्वारा की गई। टीम में अमलदार गोकुलसिंग कायटे, समाधान तेलंग्रे, किरण चव्हाण, अंबादास साबळे, गजानन भोसले, सागर बाविस्कर, दत्ता वाघुंडे, विष्णु कोरडे, ज्ञानेश्वर खुने, रविंद्र गायकवाड, शुभम तळेकर, श्रेयस वाघमारे, चालक पाठक मेजर, महिला अमलदार जयश्री निकम, निमा घनघाव, मंदा नाटकर आदि शामिल थे।
