रत्नागिरी के गुरुकुल में ‘आस्था के नाम पर दरिंदगी’: नाबालिग छात्रा से महाराज और सहायक ने किया यौन शोषण, दोनों गिरफ्तार

रत्नागिरी/प्रतिनिधि
महाराष्ट्र के रत्नागिरी ज़िले से दिल्ली जैसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। ज़िले के खेड़ तालुका क्षेत्र के लोटे में स्थित ‘आध्यात्मिक वारकरी निवासी गुरुकुल’ में एक नाबालिग छात्रा के साथ बार‑बार यौन शोषण और छेड़छाड़ की गई। इस घिनौनी हरकत के आरोप में गुरुकुल के प्रवचनकर्ता महाराज भगवान कोकरे और उनके सहयोगी शिक्षक प्रितेश प्रभाकर कदम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
रत्नागिरी पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में भारतीय दंड संहिता और POCSO अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।पीड़िता ने बताया कि उसने इस गुरुकुल में 12 जून को दाखिला लिया था। शुरुआती दस दिन सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन इसके बाद आश्रम प्रमुख कोकरे ने उसके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। छात्रा के बयान में सामने आया कि महाराज कई बार कमरे में आकर उस पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करते थे, यहां तक कि उसे धमकियाँ देकर चुप रहने पर मजबूर किया गया।
जब यह यातना बार‑बार जारी रही, तो आखिरकार छात्रा ने घर पहुंचकर परिवार को पूरी आपबीती बताई। परिवार ने तुरंत खेड़ पुलिस स्टेशन पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया।
गुरुकुल के प्रमुख भगवान कोकरे खुद को “भगवान” बताने वाला व्यक्ति है और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में धार्मिक प्रवचन देने का दावा करता है। उसके इस आश्रम में देशभर के बच्चे “आध्यात्मिक शिक्षा” के नाम पर दाखिला लेते हैं। गुरुकुल परिसर में गऊशाला और प्रवचन सभाएँ भी संचालित की जाती हैं, लेकिन इस भक्ति‑केन्द्र के भीतर जो अंधकार चल रहा था, उसने पूरे क्षेत्र को हिला दिया है।
रत्नागिरी पुलिस ने घटना को अत्यंत गंभीर मानते हुए कहा है कि मासूमों की आस्था के साथ ऐसे खिलवाड़ करने वाले किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। समाज को झकझोर देने वाला यह मामला एक बार फिर चेतावनी है कि “आस्था के नाम पर अपराध” आज भी हमारे बीच छिपा हुआ है।
