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वक्फ की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता: जमाअत-ए-इस्लामी हिंद ने मुख्यालय में ‘वक्फ हेल्प डेस्क’ शुरू की

जालना/कादरी हुसैन 

नई दिल्ली, 15 मार्च 2025
सरकार के ‘उम्मीद पोर्टल’ पर वक्फ संपत्तियों का दस्तावेजीकरण और पंजीकरण प्रक्रिया को तेज़ी से पूरा करने के उद्देश्य से आज जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के मुख्यालय में ‘वक्फ हेल्प डेस्क’ (बैक-एंड सपोर्ट सिस्टम) का उद्घाटन किया गया। यह डेस्क वक्फ संपत्तियों से जुड़े संरक्षकों, मस्जिदों के इमामों और धार्मिक संस्थाओं के ज़िम्मेदारों को तकनीकी व कानूनी सहायता प्रदान करेगी।

कार्यक्रम का उद्घाटन जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि, “वक्फ की सुरक्षा आज पूरी उम्मत के लिए एक बड़ी चुनौती है। हमें मिलजुलकर इस चुनौती का सामना करना होगा। जमाअत-ए-इस्लामी हिंद का वक्फ विभाग पहले से ही इस दिशा में सक्रिय है और कई राज्यों में पंजीकरण प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है।”

उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियों के दस्तावेज़ जल्द से जल्द UMEED पोर्टल पर अपलोड किए जाने चाहिए, ताकि सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम निर्देशों के अनुसार समयबद्ध पंजीकरण सुनिश्चित हो सके। सैयद हुसैनी ने स्पष्ट किया कि “पंजीकरण का मतलब वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ संघर्ष समाप्त होना नहीं है। यह प्रक्रिया जारी कानूनी लड़ाई के समानांतर चलेगी।”

इस अवसर पर केंद्र के समन्वयक इनाम-उर-रहमान खान ने वक्फ हेल्प डेस्क की आवश्यकता और कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि “वक्फ संपत्तियों के दस्तावेज़ तैयार करने और उन्हें उम्मीद पोर्टल पर अपलोड करने में कई तकनीकी कठिनाइयाँ आती हैं। इन्हीं समस्याओं के समाधान के लिए हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है।” उन्होंने कहा कि इस केंद्र के माध्यम से देशभर में पंजीकरण की सुविधा और मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा।

जमाअत-ए-इस्लामी हिंद ने इस प्रक्रिया को संगठित रूप से चलाने के लिए राज्य स्तर पर वक्फ प्रकोष्ठ गठित किए हैं। इन प्रकोष्ठों की निगरानी में एक केंद्रीय हेल्पलाइन भी स्थापित की गई है, जहाँ कानूनी विशेषज्ञों, वक्फ विशेषज्ञों और फील्ड कार्यकर्ताओं की सहायता से समय पर दिशा-निर्देश और सहयोग दिया जा रहा है।

समारोह के दौरान यह भी अपील की गई कि देशभर में वक्फ सुरक्षा समितियाँ बनाई जाएँ, जिनमें स्थानीय युवाओं, सरकारी कर्मचारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाए ताकि वक्फ संपत्तियों पर किसी भी तरह के अवैध कब्जे या गलत गतिविधि पर नज़र रखी जा सके और दस्तावेजों की सटीकता सुनिश्चित की जा सके।

इस अवसर पर ‘उम्मीद पोर्टल’ पर वक्फ संपत्तियों के अपलोड और पंजीकरण के लिए विशेष दिशा-निर्देश भी जारी किए गए। उद्घाटन समारोह में जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के केंद्रीय पदाधिकारी, राज्य समन्वयक और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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