लड़की देखने के लिए जा रहे परिवार पर टूटा कहर: सॉफ्टवेयर इंजीनियर भाई-बहन की मौत, आठ लोग गंभीर रूप से घायल

नांदेड़/प्रतिनिधि
लातूर जिले के एक परिवार पर उस समय दुखों का पहाड़ टूट पड़ा जब विवाह हेतु लड़की देखने जा रहे उनके वाहन का भीषण सड़क हादसा हो गया। तीन वाहनों की टक्कर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर भाई और उसकी बहन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आठ अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दर्दनाक हादसा नांदेड़ जिले के हदगाव शहर के पास भानेगांव फाटे पर शनिवार को हुआ। इस हादसे में जेसीबी, आयशर ट्रक और एक चारपहिया वाहन आपस में टकरा गए।
इस दुर्घटना में मृतकों की पहचान मनोज रामराव देगुरे (34 वर्ष) और मंजुषा देविदास अहिनवार (27 वर्ष) के रूप में हुई है। हादसे के बाद चारपहिया वाहन पूरी तरह चकनाचूर हो गया।
जानकारी के अनुसार, लातूर जिले के शिक्षक रामराव देगुरे के बेटे मनोज देगुरे, जो सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे, के विवाह के लिए चंद्रपुर जिले से रिश्ता आया था। इस सिलसिले में देगुरे परिवार, उनकी बेटी, दामाद और अन्य रिश्तेदार चारपहिया वाहन से जा रहे थे।
हदगाव से लगभग आठ किलोमीटर दूर तुळजापुर–नागपुर राष्ट्रीय महामार्ग पर भानेगांव के पास सड़क मरम्मत का काम चल रहा था। उसी दौरान सड़क पर खड़ी जेसीबी को तेज रफ्तार आयशर ट्रक ने जोरदार टक्कर मारी। उसके तुरंत बाद चारपहिया वाहन भी आयशर ट्रक से जा टकराया। टक्कर इतनी भीषण थी कि चारपहिया वाहन और ट्रक दोनों बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। कार के अंदर फंसे मनोज देगुरे और उनकी बहन मंजुषा अहिनवार की मौके पर ही मौत हो गई।
इस हादसे में पियूष देविदास अहिनवार (11 वर्ष), मनिषा नीलकंठ राशेवाढ (32 वर्ष, निवासी सय्यदपुर, ता. अहमदपुर, जि. लातूर), रामराव शंकर देगुरे (60 वर्ष), प्रतिभा उर्फ बेबी रामराव देगुरे (55 वर्ष), चालक दत्तात्रेय अंकुटे (25 वर्ष), निधी राशेवाढ (14 वर्ष) और शरयू राशेवाढ (8 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हुए हैं। साथ ही आयशर ट्रक चालक शाहरुख खान (34 वर्ष, निवासी खंडवा, मध्य प्रदेश) भी गंभीर रूप से घायल हुआ है।
घटना की जानकारी मिलते ही घायलों को तत्काल हदगाव उपजिला अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को नांदेड़ के सरकारी अस्पताल भेजा गया।
इस हादसे के बाद स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय महामार्ग की मरम्मत के दौरान चेतावनी बोर्ड या वैकल्पिक मार्ग की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। निर्माण कंपनी की इस लापरवाही के कारण ही यह भीषण हादसा हुआ है, ऐसा नागरिकों का कहना है।
यह हादसा पूरे लातूर जिले में शोक की लहर छोड़ गया है — एक ही परिवार के भाई-बहन की असमय मृत्यु से देगुरे परिवार गहरे सदमे में है।
