औरंगाबाद में मतदाता सूची में डबल नामों की जांच के आदेश — प्रशासन अलर्ट मोड पर

औरंगाबाद/प्रतिनिधि
औरंगाबाद जिले में मतदाता सूची में एक ही व्यक्ति के दुबार (डबल) नाम दर्ज होने को लेकर कई शिकायतें सामने आई हैं। इस पर राज्य निर्वाचन आयोग ने जिले के प्रशासन को गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए हैं। शिकायतों की संख्या बढ़ने के बाद प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है और डबल नामों की प्राथमिक जांच शुरू कर दी गई है।
जिलाधिकारी दिलीप स्वामी ने सोमवार को हुई समीक्षा बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि यदि किसी मतदाता का नाम एक से अधिक प्रभाग (वार्ड) में पाया जाता है, तो ऐसे सभी नामों की सूची सूचना फलक और वेबसाइट पर प्रकाशित की जाए। उन्होंने कहा कि यदि यह सिद्ध हो जाए कि डबल नाम एक ही व्यक्ति के हैं, तो उसे केवल एक मतदाता के रूप में दर्ज किया जाए।
यह मामला आगामी स्थानीय स्वराज्य संस्था चुनावों की तैयारी के दौरान सामने आया है। निर्वाचन आयोग ने 1 जुलाई 2025 को अंतिम मतदाता सूची जारी की थी, लेकिन उसके बाद कई जगहों से डबल नामों की शिकायतें मिलीं।
इस विषय पर जिलाधिकारी कार्यालय में समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें अपर जिलाधिकारी संभाजीराव अडकुने, निवासी उपजिलाधिकारी जनार्दन विधाते, उपजिलाधिकारी संगीता राठोड़, डॉ. सुचिता शिंदे, एकनाथ बंगाले, जिल्हा पुरवठा अधिकारी प्रवीण फुलारी समेत जिले के सभी उपविभागीय अधिकारी, तहसीलदार और नगरपालिकाओं के मुख्याधिकारी ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए।
डबल नाम वाले मतदाताओं को देनी होगी जानकारी
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जिन मतदाताओं के नाम दो बार दर्ज हैं, उनसे यह स्पष्ट करने के लिए लिखित आवेदन मांगा जाएगा कि वे किस वार्ड में मतदान करना चाहते हैं।
जो मतदाता यह जानकारी देंगे, उनके अनुसार अंतिम मतदाता सूची और मतदान केंद्रवार सूची में संशोधन किया जाएगा।
जो मतदाता इस अपील का जवाब नहीं देंगे, उनके नाम के सामने ‘दुबार नाम’ का उल्लेख किया जाएगा। मतदान के समय ऐसे मतदाताओं को पहचान पत्र के आधार पर सत्यापन के बाद ही मतदान की अनुमति दी जाएगी।
जिलाधिकारी दिलीप स्वामी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि
“हर बूथ की मतदाता सूची की बारीकी से जांच करें, कोई भी त्रुटि न रहने दें। प्रत्येक शिकायत का समाधान करें और तक्रारदारों की शंकाओं का उचित निवारण सुनिश्चित करें।”
