महाराष्ट्र चुनाव: मौलाना खलील-उर-रहमान के बयान पर सियासत गरम, कांग्रेस ने किया किनारा
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। हाल ही में मौलाना खलील-उर-रहमान सज्जाद नोमानी का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि “जो बीजेपी का साथ दे, उनका हुक्का-पानी बंद होना चाहिए।” इस बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
मौलाना ने दी सफाई
विवाद बढ़ने के बाद मौलाना खलील-उर-रहमान ने अपनी सफाई में कहा कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा, “मेरी अपील को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। वोट जिहाद जैसे झूठे आरोप लगाकर माहौल खराब किया जा रहा है।”
कांग्रेस ने लिया किनारा
इस विवाद पर कांग्रेस ने मौलाना के बयान से दूरी बना ली है। कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा, “धर्म के नाम पर वोट मांगना गलत है। हमें अपने काम के आधार पर जनता का विश्वास जीतना चाहिए।” पार्टी प्रवक्ता पवन खेरा ने भी बयान को खारिज करते हुए कहा, “लोकतंत्र में हर किसी को अपनी पसंद से वोट देने का अधिकार है। सोशल बायकॉट की बात करना अनुचित है।”
बीजेपी ने की कार्रवाई की मांग
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर मौलाना नोमानी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की है। उनका कहना है कि इस बयान से चुनावी माहौल खराब हो सकता है।
राज बब्बर और शिंदे की प्रतिक्रिया
इस मामले पर अभिनेता और कांग्रेस नेता राज बब्बर ने भी मौलाना के बयान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जो लोग अपनी जमीन नहीं बचा पाए, वे अब बांटने और कटने की बात कर रहे हैं।” मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी “बटेंगे तो कटेंगे” जैसे बयानों से किनारा कर लिया है।
चुनाव से पहले इस विवाद ने सियासी तापमान को और बढ़ा दिया है। सभी पार्टियां बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप में जुटी हैं, जिससे चुनावी माहौल गरमा गया है।